UP Board Class 12 Sanskrit Question Paper 2025 PDF (Code 303 HQ) is available for download here. The Mathematics exam was conducted on March 3, 2025 in the Evening Shift from 8:30 AM to 11:45 AM. The total marks for the theory paper are 100. Students reported the paper to be easy to moderate.
UP Board Class 12 Sanskrit Question Paper 2025 (Code 303 HQ) with Solutions
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अधोलिखित गद्य खंड पर आधारित प्रश्नों के उत्तर हिंदी अथवा संस्कृत में दीजिए:
गते च तस्मिन्गन्धवाराजपुरी, विष्णुय सकलं सृजनं परीञ्जनं च प्रसादम आरोह। तब च शनयि विपण्य एकतकी एवं चितनायामास - "अहे! किंचित् आर्तं चपलय मया न परीक्षितः अस्य चिन्तवृद्धि।"
परिवर्तक: कुलकसिंचनं क्रमः! गुरुं जातं न अस्तं। लोकापवादात् नोहिंम्, आसन्नवर्ती सृजनजः उपलश्रवचिति मन्द्या त्यां न लक्ष्मः तथा महश्वेतोविकर्षण प्रतिष्ता कुतं अभा तातां वा ? किं कोइम्? कनोपायण स्थितिं इदं प्रच्छदायं? पूर्वकृतपुषप्सरचनायं अनीतो तम विस्रांस्मक: चन्द्रबिंदु'' इतिसंक्षेपं गुरिम् लज्जाम् उवाच!
उपर्युक्त गद्यांश किस पुस्तक से लिया गया है?
“आसनवत्ति, सभीजनोषि उषलक्षयती मद्या न लिखितं” गद्यांश का अनुवाद कीजिए।
गद्यांशानुसारं, कः सकलं स्वजनं परिजनं च प्रासादम् आरोहत्? (गद्यांश के अनुसार, कौन समस्त स्वजनों और सेवकों के साथ महल पर चढ़ा?)
‘चिन्तवृद्धिः’ का शाब्दिक अर्थ लिखिए।
‘श्यामिनी’ में कौन सी विशेषता है?
एवं श्रेणीनां प्राणव्रतां मानां मनोविष्णुं मणोकनिष्ठाम् सम्प्राप्तम्।
कृष्णानं महाश्वे रत्नमालयकेन निर्णगमनं अपरात्मानं महात्मा सुत् घूर्णिर्षान्यं श्रियम् च।
विष्णुकरोधकं पटलेषु श्रद्धाशक्ति एवं कर्मकारिणं इति च लक्षणे अभिवृत्तम।
कृष्णं च इत्य् अन्यां अस्मिन लाभानां स्वं कार्यं मनुष्यवर्गेण स्मृतीनां उच्चेष्टं भद्रलेखा प्रति प्रयत्न।
व्याख्यान में किस पुस्तक में लिखा गया है?
कृपया, इसके मंतव्य का स्पष्टीकरण करें।
क्या शास्त्रों के माध्यम से मानव को आत्मज्ञान का मार्ग प्राप्त होता है?
‘अन्तात्म’ का साधिक और लिखिए।
‘शास्त्र’ का कौन सा विभाग और बचन?
वाणिज्य के जीवन दृष्टि पर प्रकाश डालते हुए उनके कृतियों की विवेचना कीजिए।
मदलेखा के नृत्य ?
महर्षिवेताय: माता का आसीत् ?
पत्रलखा पात्र का चित्रण कीजिए।
केशवायन पात्र का चित्रण कीजिए।
माणवंधन पात्र का चित्रण कीजिए।
अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की हिंदी में सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए:
एतावदुक्त्वा विरते मृगेन्द्रे प्रतिक्वेना गृहाणते।
सिलोन्यवोऽपि क्षितिपालमुखे: प्रियया तमेवाभिमृच्छते॥
अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की हिंदी में सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए:
पुराणश्री: पुरस्त्वतां प्रवेश्य पौरशिन्ध्यान्मन्।
भुजे भुजंस्त्रसमानारो यथ: स भूमृधीरसस्मजज
अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ-सहित संस्कृत में व्याख्या कीजिए:
एकतानं जगत्: भ्रमुतं, नवं व्यय: कातनींवृषच।
अल्पस्य होते: बहु हतुमिच्छं विचारयुक्तं। प्रतिमाशी में त्वम्।
अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ-सहित संस्कृत में व्याख्या कीजिए:
तस्मिन क्षण े पालनीय: प्रजनामं उत्कर्षत: सिंहनिपातपुरुष।
अवाडिसुखस्तोपरि पुष्पवृद्धि: पपात विधाधेरहस्तमुत्त।
कालिदास का संक्षिप्त जीवन परिचय देते हुए कालिदास की काव्यशैली की विवेचना कीजिए।
महराज-दिलीपस्य भार्या का ?
नदींनी कत्यं धेनु: आसीत् ?
अधोलिखित में से किसी एक अंश की हिंदी में संदर्भ-सहित व्याख्या कीजिए।
"उदासिन-र्दृष्टकलां मृत्युः; परिवर्तन्तर्न मृत्युः।
अप्रसूत पाण्डुघ्रणा मुञ्चन्त्यं श्रुण्णिपीव लता॥"
अधोलिखित में से किसी एक अंश की हिंदी में संदर्भ-सहित व्याख्या कीजिए।
"शाममेधति मम शोक: कंठं नु वर्ते त्वया रचितपूर्वम्।
उट्जदाः रविरहं नीवारबलीं विलोकयत॥"
निम्नलिखित की सन्दर्भ-सहित हिंदी में व्याख्या कीजिए:
स्नेहप्रतीतिरं दर्षिणी
निम्नलिखित की सन्दर्भ-सहित हिंदी में व्याख्या कीजिए:
गुरविं विहृतं: खमाशब्द: साह्यति।
निम्नलिखित की सन्दर्भ-सहित हिंदी में व्याख्या कीजिए:
अतिनेत्रे: पापसंकी।
कालिदास की कृतियों का संक्षिप्त परिचय देते हुए अभिज्ञानशाकुंतल के चौथे अंक का सारांश लिखिए।
कालिदास की रचना नहीं है :
‘शिवास्ते पठान: सत्नु’ इति शुभकामनां प्रकटीकृतवान्।
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 10 पंक्तियों का संस्कृत में निबंध लिखिए।
(i) पर्यावरण- सुरक्षा
(ii) श्रम एवं विजयते
(iii) जनसंख्या समस्या
(iv) यातायात- सुरक्षा
‘उपमा’ अलंकार की परिभाषा हिंदी या संस्कृत में लिखिए।
‘रूपक’ अलंकार का उदाहरण संस्कृत में लिखिए।
हम दोनों खाना खाते हैं।
तुम लोग राम और श्याम पढ़ते हो।
मोहन कुर्सी पर बैठता है।
विद्यालय के चारों ओर वृक्ष हैं।
वह बड़े भाई से ईर्ष्या करता है।
वह पिता से पढ़ता है।
अहम् प्रयागरेण पठामि।
सः सम्प्राप्ति भीति।
वृक्षातुं पं प्रणति।
‘राजे स्वस्ति’ में रेखांकित पद में कौन सी विभक्ति है ?
निम्नलिखित पदों में से किसी एक में विशेष कीजिए:
(i) अनुज्येन्म्
(ii) द्रियमुनम्
(iii) रामसीते
‘नवरात्रं’ में प्रसिद्ध समास है –
‘गुरोर्धनम्’ का संज्ञा विधायक सूत्र लिखिए।
‘उड्डयनं’ का संधि-विच्छेद है
‘वारि’ पद वारी प्रतिपदिक के किस विभक्तिक एवं वचन का रूप है?
‘नामनी’ पद नामं प्रातिपदिक के किस विभक्ति एवं वचन का रूप है ?
‘नेत्य’ क्रियापद का पुरुष और वचन लिखिए।
‘नी’ धातु के लट् लकार उत्तर पुरुष एकवचन का रूप होगा।
‘हात्मा’ पद में प्रकृत और प्रत्यय बताइए।
‘नी’ धातु से तुमुन् प्रत्यय लगाने पर शब्द बनेगा -
अधोलिखित बवासों में से किसी एक बवास का वांछ परिवर्तित कीजिए:
(i) स: पुस्तकं पठति।
(ii) राम: शृते।
(iii) छात्रा: हसन्ति।



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