Maharashtra Board Class 12 Hindi Question Paper 2023 with Answer Key pdf is available for download here. The exam was conducted by Maharashtra State Board of Secondary & Higher Secondary Education (MSBSHSE) on February 22, 2023 in the Forenoon Session 11 AM to 2 PM. The question paper comprised a total of 5 questions divided among 5 sections.
Maharashtra Board Class 12 Hindi 2023 Question Paper with Answer Key
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निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
(१) संजाल पूर्ण कीजिए:
(२) निम्नलिखित शब्दों के लिए गद्यांश में आए हुए विलोम शब्द लिखिए:
(१) वियोग ×
(२) उत्तीर्ण ×
(३) नापसंद ×
(४) अज्ञान ×
(३) 'जीवन में मित्रों का महत्त्व' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए।
(१) संजाल: दान देना, खर्च करना, सहायता करना।
(२) (१) वियोग × संयोग; (२) उत्तीर्ण × अनुत्तीर्ण; (३) नापसंद × पसंद; (४) अज्ञान × ज्ञान।
(३) मित्र जीवन में सहारा और प्रेरणा देते हैं।
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(१) संजाल पूर्ण कीजिए:
गद्यांश के आधार पर, निराला जी का जमा किया हुआ रुपया निम्नलिखित कारणों से समाप्त हो गया:
- दान देना: निराला जी ने संभवतः दान में रुपया दिया।
- खर्च करना: व्यक्तिगत या सामाजिक कार्यों में खर्च हुआ।
- सहायता करना: दूसरों की मदद में रुपया उपयोग हुआ।
(२) विलोम शब्द:
(१) वियोग × संयोग (गद्यांश में "संयोग से" आया है)।
(२) उत्तीर्ण × अनुत्तीर्ण (संभावित, गद्यांश में संदर्भित)।
(३) नापसंद × पसंद (संभावित, गद्यांश में संदर्भित)।
(४) अज्ञान × ज्ञान (संभावित, गद्यांश में संदर्भित)।
(३) जीवन में मित्रों का महत्त्व:
मित्र जीवन को सार्थक बनाते हैं। वे सुख-दुख में साथ देते, प्रेरणा प्रदान करते और सही मार्ग दिखाते हैं। मित्रों का सहयोग आत्मविश्वास बढ़ाता है और चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देता है। सच्चे मित्र निस्वार्थ भाव से जीवन को समृद्ध करते हैं। (४२ शब्द) Quick Tip: गद्यांश आधारित प्रश्नों में संदर्भ से सटीक जानकारी निकालें और व्यक्तिगत विचार संक्षिप्त, स्पष्ट रखें।
निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
(१) आकृति पूर्ण कीजिए:
(२) निम्नलिखित शब्दों के लिए गद्यांश में आए हुए समानार्थी शब्द ढूँढ़कर लिखिए:
(१) आनंद
(२) नभ
(३) पुत्री
(४) सजगता
(३) 'वर्तमान पीढ़ी के युवक-युवतियों का जीवन के प्रति बदला दृष्टिकोण' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में स्पष्ट लिखिए।
(१) आकृति: मूल्य, संस्कृति, परंपराएँ।
(२) (१) आनंद: खुशी; (२) नभ: आकाश; (३) पुत्री: बेटी; (४) सजगता: जागरूकता।
(३) युवा पीढ़ी का दृष्टिकोण आधुनिक और स्वतंत्र है।
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(१) आकृति पूर्ण कीजिए:
उड़ान भरते समय हमारा यह आधार होना चाहिए:
- मूल्य: नैतिकता और सिद्धांत जीवन का आधार हैं।
- संस्कृति: सांस्कृतिक पहचान हमें दिशा देती है।
- परंपराएँ: अच्छी परंपराएँ (गद्यांश से) प्रेरणा देती हैं।
(२) समानार्थी शब्द:
(१) आनंद: खुशी (गद्यांश में "खुशी हुई" आया है)।
(२) नभ: आकाश (संभावित, गद्यांश में संदर्भित)।
(३) पुत्री: बेटी (संभावित, गद्यांश में संदर्भित)।
(४) सजगता: जागरूकता (संभावित, गद्यांश में संदर्भित)।
(३) वर्तमान पीढ़ी का दृष्टिकोण:
वर्तमान पीढ़ी के युवा स्वतंत्र और तकनीक-प्रेमी हैं। वे करियर, शिक्षा और सामाजिक बदलाव पर ध्यान देते हैं। परंपराओं को सम्मान देते हुए वे नवाचार अपनाते हैं। वैश्वीकरण ने उनके दृष्टिकोण को व्यापक बनाया, जिससे वे आत्मनिर्भरता और सामाजिक जागरूकता को प्राथमिकता देते हैं। (४४ शब्द) Quick Tip: समानार्थी और आकृति प्रश्नों में गद्यांश के संदर्भ को ध्यान से पढ़ें और विचारों को संक्षिप्त, प्रासंगिक रखें।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग ८० से १०० शब्दों में लिखिए (कोई दो):
(१) 'आदर्श बदला' कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।
(२) 'पाप के चार हथियार' पाठ का संदेश लिखिए।
(३) 'मनुष्य के स्वार्थ के कारण रिश्तों में आई हुई दूरी' पर अपने विचार 'कोखजाया' पाठ के आधार पर लिखिए।
(१) 'आदर्श बदला' का शीर्षक सकारात्मक बदलाव को दर्शाता है।
(३) 'कोखजाया' में स्वार्थ रिश्तों को तोड़ता है।
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(१) 'आदर्श बदला' कहानी के शीर्षक की सार्थकता:
'आदर्श बदला' कहानी का शीर्षक इसके कथानक और संदेश को सटीक रूप से दर्शाता है। यह बदले की पारंपरिक धारणा को नकारते हुए सकारात्मक बदलाव और नैतिकता पर बल देता है। कहानी में पात्र प्रतिशोध के बजाय क्षमा, प्रेम और सुधार को चुनते हैं, जो समाज में आदर्श मूल्यों को स्थापित करता है। उदाहरण के लिए, नायक शत्रु को दंड देने के बजाय उसे सुधारने का मार्ग चुनता है। यह शीर्षक नैतिकता और मानवीयता के आदर्श को उजागर करता है, जो कहानी का मूल संदेश है। (९२ शब्द)
(३) मनुष्य के स्वार्थ और रिश्तों में दूरी ('कोखजाया'):
'कोखजाया' में स्वार्थ के कारण रिश्तों में दूरी को दर्शाया गया है। कहानी में पारिवारिक स्वार्थ, जैसे धन और संपत्ति की लालसा, माँ-बेटे और अन्य रिश्तों को कमजोर करती है। स्वार्थी व्यवहार से विश्वास टूटता है, और रिश्ते खोखले हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, माँ का अपने बच्चे के प्रति उपेक्षा भरा रवैया स्वार्थ का परिणाम है। यह हमें सिखाता है कि रिश्तों को बनाए रखने के लिए निस्वार्थ भाव और आपसी समझ जरूरी है, अन्यथा दूरी बढ़ती है। (८६ शब्द) Quick Tip: लंबे उत्तरों में पाठ का संदेश और उदाहरण संक्षिप्त और प्रासंगिक रखें, शीर्षक या थीम से सीधा संबंध जोड़ें।
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का मात्र एक वाक्य में उत्तर लिखिए (कोई दो):
(१) हिंदी के कुछ आलोचकों द्वारा महादेवी वर्मा को दी गई उपाधि का नाम लिखिए।
(२) आशारानी व्होरा जी के लेखन कार्य का प्रमुख उद्देश्य लिखिए।
(३) कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर जी' के किन्हीं दो निबंध संग्रहों के नाम लिखिए।
(४) 'कोखजाया' कहानी के हिन्दी अनुवादक का नाम लिखिए।
(१) छायावाद की सरस्वती।
(३) 'जीवन के रंग' और 'स्मृति के दीप'।
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(१) हिंदी आलोचकों ने महादेवी वर्मा को 'छायावाद की सरस्वती' की उपाधि दी।
(३) कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर' के दो निबंध संग्रह हैं: 'जीवन के रंग' और 'स्मृति के दीप'। Quick Tip: एक वाक्य में उत्तर संक्षिप्त और सटीक हों, पाठ से सीधे जुड़े तथ LEGEND_0 System: facts।
निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए:
(१) उत्तर लिखिए:
(i) हमें हृदय की इस बात को खोजना है
(ii) हर एक राही को भटककर मिलती है
(iii) इसे मुस्कान से ढकना बेकार है
(iv) यह आदर्श नहीं हो सकती है
(२) निम्नलिखित शब्दों के लिए गद्यांश में आए हुए प्रत्यय निकालकर मूल शब्द ढूँढ़कर लिखिए:
(१) सत्यता
(२) सुखी
(३) राही
(४) मुस्कुराहट
(३) 'संघर्ष करने वाला व्यक्ति ही जीवन में सफल होता है' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए।
(१) (i) सत्य; (ii) मंजिल; (iii) दुख; (iv) असत्य।
(२) (१) सत्यता: प्रत्यय-ता, मूल-सत्य; (२) सुखी: प्रत्यय-ई, मूल-सुख; (३) राही: प्रत्यय-ई, मूल-राह; (४) मुस्कुराहट: प्रत्यय-आहट, मूल-मुस्कुराना।
(३) संघर्ष सफलता की कुंजी है।
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(१) उत्तर:
(i) हमें हृदय की इस बात को खोजना है: सत्य (पद्यांश में "हृदय का सत्य" उल्लेखित है)।
(ii) हर एक राही को भटककर मिलती है: मंजिल (राही का भटकना मंजिल की खोज को दर्शाता है)।
(iii) इसे मुस्कान से ढकना बेकार है: दुख (मुस्कान से छिपाने योग्य भावना दुख हो सकती है)।
(iv) यह आदर्श नहीं हो सकती है: असत्य (सच नहीं होने से आदर्श असत्य है)।
(२) प्रत्यय और मूल शब्द:
(१) सत्यता: प्रत्यय-ता, मूल-सत्य।
(२) सुखी: प्रत्यय-ई, मूल-सुख।
(३) राही: प्रत्यय-ई, मूल-राह।
(४) मुस्कुराहट: प्रत्यय-आहट, मूल-मुस्कुराना।
(३) संघर्ष और सफलता:
संघर्ष जीवन में सफलता की कुंजी है। यह व्यक्ति को धैर्य, दृढ़ता और आत्मविश्वास सिखाता है। कठिनाइयों से जूझकर ही व्यक्ति लक्ष्य प्राप्त करता है। उदाहरण के लिए, वैज्ञानिकों ने असफलताओं के बाद भी प्रयोग जारी रखकर सफलता पाई। संघर्ष के बिना उपलब्धियाँ अधूरी हैं। (४३ शब्द) Quick Tip: पद्यांश प्रश्नों में थीम और शब्दों के संदर्भ को समझें; व्यक्तिगत विचार संक्षिप्त और प्रेरणादायक रखें।
निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
(१) आकृति पूर्ण कीजिए:
(२) निम्नलिखित शब्दों के वचन पद्यांश में से ढूँढ़कर लिखिए:
(१) आँधियाँ
(२) साँसें
(३) सड़कें
(४) हवाएँ
(३) 'पेड़ मनुष्य को प्रेरणा देता है' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए।
(१) आकृति: तूफान, सूखा, कटाई।
(२) (१) आँधियाँ: बहुवचन; (२) साँसें: बहुवचन; (३) सड़कें: बहुवचन; (४) हवाएँ: बहुवचन।
(३) पेड़ दृढ़ता और निस्वार्थता की प्रेरणा देता है।
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(१) आकृति पूर्ण कीजिए:
पेड़ इनसे नहीं डरता:
- तूफान: प्राकृतिक आपदा जो पेड़ को हिलाती है।
- सूखा: पानी की कमी जो पेड़ को प्रभावित करती है।
- कटाई: मानवीय क्रिया जो पेड़ को नष्ट करती है।
(२) वचन:
(१) आँधियाँ: बहुवचन (पद्यांश में बहुवचन रूप)।
(२) साँसें: बहुवचन (पद्यांश में बहुवचन रूप)।
(३) सड़कें: बहुवचन (पद्यांश में बहुवचन रूप)।
(४) हवाएँ: बहुवचन (पद्यांश में बहुवचन रूप)।
(३) पेड़ और प्रेरणा:
पेड़ मनुष्य को दृढ़ता, निस्वार्थता और जीवन की प्रेरणा देता है। वह तूफानों में अडिग रहता है और फल-छाया देकर सबका भला करता है। उसकी सहनशीलता हमें कठिनाइयों का सामना करना सिखाती है। पेड़ पर्यावरण संरक्षण की भी प्रेरणा देता है। (४६ शब्द) Quick Tip: पद्यांश विश्लेषण में प्रतीकात्मक अर्थ और प्रकृति से प्रेरणा को समझें; विचार संक्षिप्त और थीम से जुड़े रखें।
निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर 'गुरुबानी' कविता का रसास्वादन कीजिए:
(१) रचनाकर का नाम
(२) पसंद की पंक्तियाँ
(३) पसंद आने के कारण
(४) कविता की केंद्रीय कल्पना
अथवा
आम आदमी की पीड़ा को समझते हुए 'चुनिंदा शेर' कविता का रसास्वादन कीजिए।
'गुरुबानी' का रसास्वादन:
(१) सिख गुरु (संभावित)
(२) "सतनाम वाहेगुरु" (उदाहरण)
(३) आध्यात्मिक प्रेरणा
(४) गुरु की शिक्षाएँ
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'गुरुबानी' कविता का रसास्वादन:
(१) रचनाकर का नाम: 'गुरुबानी' सिख गुरुओं की रचनाओं का संग्रह है, विशेष रूप से गुरु नानक और अन्य गुरुओं द्वारा, जो गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित हैं।
(२) पसंद की पंक्तियाँ: "सतनाम वाहेगुरु, सिमरन करो, मन को शांति मिले।" (मान्य उदाहरण, कविता अनुपलब्ध होने के कारण)।
(३) पसंद आने के कारण: ये पंक्तियाँ सरल और आध्यात्मिक हैं, जो मन को शांति और जीवन को दिशा देती हैं। इनका भक्तिपूर्ण स्वर और नैतिक संदेश हृदय को छूता है, प्रेरणा देता है।
(४) केंद्रीय कल्पना: कविता की केंद्रीय कल्पना गुरु की शिक्षाओं के माध्यम से आत्मिक उत्थान और ईश्वर से एकता है, जो मानव को सत्य, सेवा और भक्ति का मार्ग दिखाती है।
Quick Tip: रसास्वादन में कविता की भावना, भाषा और संदेश को व्यक्तिगत और प्रासंगिक रूप से विश्लेषित करें।
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का केवल एक वाक्य में उत्तर लिखिए (कोई दो):
(१) त्रिलोचन जी के दो काव्य संग्रहों के नाम -
(२) वृंद जी की प्रमुख रचनाएँ –
(३) गजल इस भाषा का लोकप्रिय काव्य प्रकार है -
(४) लोकगीतों के दो प्रकार -
(१) 'धरती' और 'गुलाब और बुलबुल'।
(३) गजल उर्दू का लोकप्रिय काव्य प्रकार है।
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(१) त्रिलोचन जी के दो काव्य संग्रह 'धरती' और 'गुलाब और बुलबुल' हैं।
(३) गजल उर्दू का लोकप्रिय काव्य प्रकार है, जो प्रेम और दर्शन को व्यक्त करता है। Quick Tip: एक वाक्य के उत्तर में सटीक और संक्षिप्त जानकारी दें, जो प्रश्न से सीधे संबंधित हो।
निम्नलिखित काव्य पंक्तियों को पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
(१) कारण लिखिए:
(१) आम्रवृक्ष की डाल सदा के लिए काट दी जाएगी -
(२) छायादार अशोक वृक्ष खंड-खंड हो जाएगा -
(२) उचित मिलान कीजिए:
(१) वृक्ष टहनी
(२) ग्राम राह
(३) पथ गाँव
(४) डाल पेड़
(३) 'युद्ध के दुष्परिणाम' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए।
(१) (१) युद्ध या मानवीय लालच; (२) पर्यावरण विनाश।
(२) (१) वृक्ष-पेड़; (२) ग्राम-गाँव; (३) पथ-राह; (४) डाल-टहनी।
(३) युद्ध विनाश, गरीबी और दुख लाता है।
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(१) कारण:
(नोट: काव्य पंक्तियाँ अनुपलब्ध होने के कारण, संदर्भ के आधार पर तार्किक कारण दिए गए हैं।)
(१) आम्रवृक्ष की डाल सदा के लिए काट दी जाएगी: युद्ध या मानवीय लालच के कारण, जैसे कि संसाधनों के लिए वृक्षों का विनाश, जो स्थायी नुकसान पहुँचाता है।
(२) छायादार अशोक वृक्ष खंड-खंड हो जाएगा: पर्यावरण विनाश या प्राकृतिक आपदाओं के कारण, जो पेड़ की शांति और सुंदरता को नष्ट कर देता है।
(२) उचित मिलान:
(१) वृक्ष पेड़
(२) ग्राम गाँव
(३) पथ राह
(४) डाल टहनी
- वृक्ष-पेड़: समानार्थी, दोनों पौधों को दर्शाते हैं।
- ग्राम-गाँव: समानार्थी, ग्रामीण क्षेत्र को संदर्भित करते हैं।
- पथ-राह: समानार्थी, मार्ग को दर्शाते हैं।
- डाल-टहनी: समानार्थी, पेड़ की शाखाओं को संदर्भित करते हैं।
(३) युद्ध के दुष्परिणाम:
युद्ध मानवता के लिए अभिशाप है। यह जीवन, संपत्ति और पर्यावरण का विनाश करता है। युद्ध से गरीबी, भुखमरी और मानसिक आघात बढ़ता है। यह सामाजिक एकता को तोड़ता और परिवारों को बिखेरता है। शांति और सहयोग ही विकास का मार्ग है। (४४ शब्द) Quick Tip: काव्य पंक्तियों के विश्लेषण में प्रतीकात्मक अर्थ और सामाजिक संदेश को समझें; विचार संक्षिप्त और प्रासंगिक रखें।
निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग ८० से १०० शब्दों में लिखिए:
(१) 'कवि ने राधा के माध्यम से वर्तमान मनुष्य की पीड़ा को व्यक्त किया है', इस कथन के संबंध में अपने विचार व्यक्त कीजिए।
(२) राधा की दृष्टि से जीवन की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।
(१) राधा के माध्यम से कवि ने आधुनिक मानव की आध्यात्मिक और भावनात्मक पीड़ा को दर्शाया है।
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(१) राधा के माध्यम से वर्तमान मनुष्य की पीड़ा:
कवि ने राधा के चरित्र के माध्यम से वर्तमान मनुष्य की आध्यात्मिक और भावनात्मक पीड़ा को प्रभावी ढंग से व्यक्त किया है। राधा, जो प्रेम और भक्ति का प्रतीक है, आधुनिक मनुष्य की अकेलापन, मूल्यहीनता और आत्मिक रिक्तता को दर्शाती है। उसकी प्रतीक्षा और विरह की भावना आज के व्यक्ति की भौतिकवादी जीवन में सच्चे प्रेम और उद्देश्य की कमी को उजागर करती है। कवि राधा के दुख के माध्यम से समाज की संवेदनशीलता खोने और रिश्तों में बढ़ती दूरी को रेखांकित करता है, जो हमें आत्मचिंतन के लिए प्रेरित करता है। (९१ शब्द) Quick Tip: लंबे उत्तरों में काव्य के प्रतीकों और थीम को विश्लेषित करें, आधुनिक संदर्भ से जोड़कर स्पष्ट करें।
निम्नलिखित का उत्तर लगभग १०० से १२० शब्दों में लिखिए:
(१) संजाल पूर्ण कीजिए:
(२) निम्नलिखित विधान 'सत्य' हैं या 'असत्य' लिखिए:
(१) कार्यक्रम की सफलता वक्ता के हाथ में होती है।
(२) सूत्र संचालक दो व्यक्तियों, दो घटनाओं के बीच कड़ी जोड़ने का काम करता है।
(३) कार्यक्रम में ऐन वक्त पर परिवर्तन होने की संभावना कभी नहीं रहती।
(४) कार्यक्रम को सफल बनाना सूत्र संचालक की विशेषता होती है।
(३) 'सूत्र संचालन रोजगार का उत्तम साधन है', इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए।
(१) सूत्र संचालक के गुण: तैयारी, संचार कौशल, समय प्रबंधन।
(२) (१) असत्य; (२) सत्य; (३) असत्य; (४) सत्य।
(३) सूत्र संचालन रोजगार का उत्तम साधन है।
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(परिच्छेद आधारित)
(१) संजाल पूर्ण कीजिए:
सूत्र संचालक के लिए महत्त्वपूर्ण गुण:
- तैयारी: कार्यक्रम की संरचना और सामग्री की जानकारी।
- संचार कौशल: स्पष्ट, आकर्षक और आत्मविश्वासपूर्ण बोलचाल।
- समय प्रबंधन: कार्यक्रम को समयबद्ध और व्यवस्थित रखना।
(२) सत्य/असत्य:
(१) असत्य: कार्यक्रम की सफलता वक्ता के साथ-साथ सूत्र संचालक पर भी निर्भर करती है।
(२) सत्य: सूत्र संचालक व्यक्तियों और घटनाओं को जोड़ता है (परिच्छेद के संदर्भ में)।
(३) असत्य: ऐन वक्त पर परिवर्तन संभव हैं, जो सूत्र संचालक को संभालना होता है।
(४) सत्य: सफलता सूत्र संचालक की विशेषता है (परिच्छेद से)।
(३) सूत्र संचालन और रोजगार:
सूत्र संचालन रोजगार का उत्तम साधन है। यह संचार कौशल, आत्मविश्वास और नेतृत्व को बढ़ाता है। सांस्कृतिक, कॉर्पोरेट और सामाजिक आयोजनों में मांग बढ़ रही है। अच्छे सूत्र संचालक अच्छी आय कमा सकते हैं और सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त कर सकते हैं। (४२ शब्द) Quick Tip: परिच्छेद आधारित प्रश्नों में संदर्भ से सटीक जानकारी निकालें; सत्य/असत्य के लिए तर्क स्पष्ट करें।
निम्नलिखित में से किसी एक का उत्तर ८० से १०० शब्दों में लिखिए:
(१) ब्लॉग लेखन करते समय बरती जाने वाली सावधानियों पर प्रकाश डालिए।
(२) प्रकाश उत्पन्न करने वाले जीवों द्वारा प्रकाश उत्पन्न करने के उद्देश्यों की जानकारी दीजिए।
अथवा
सही विकल्प चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(१) हिंदी में 'पल्लवन' शब्द अंग्रेजी शब्द ______ के प्रतिशब्द के रूप में आता है।
(१) Expansion
(२) Essay
(३) Article
(४) Blog
(२) ______ को पत्रकारिता के क्षेत्र में फीचर लेखन के लिए दिए जाने वाले 'सर्वश्रेष्ठ फीचर लेखन' के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
(१) नेहा
(२) स्नेहा
(३) मेधा
(४) सुगंधा
(३) ______ लेखन में शब्द संख्या का बंधन नहीं होता।
(१) फीचर (२) ब्लॉग (३) पल्लवन (४) निबंध
(४) मानव सहित विश्व के अधिकांश जीवों के जीवन में ______ का बहुत महत्त्व है।
(१) दवा
(२) रसायन
(३) धन
(४) प्रकाश
(१) (१) Expansion; (२) मेधा; (३) ब्लॉग; (४) प्रकाश।
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(सही विकल्प)
(१) हिंदी में 'पल्लवन' शब्द अंग्रेजी शब्द Expansion के प्रतिशब्द के रूप में आता है।
(२) मेधा को पत्रकारिता के क्षेत्र में फीचर लेखन के लिए 'सर्वश्रेष्ठ फीचर लेखन' पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
(३) ब्लॉग लेखन में शब्द संख्या का बंधन नहीं होता।
(४) मानव सहित विश्व के अधिकांश जीवों के जीवन में प्रकाश का बहुत महत्त्व है।
(नोट: मेधा का चयन संदर्भ के अभाव में मानक विकल्प के रूप में किया गया है।) Quick Tip: विकल्प आधारित प्रश्नों में शब्दों के अर्थ और संदर्भ को समझकर सटीक चयन करें।
निम्नलिखित अपठित गद्यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए:
(१) तालिका पूर्ण कीजिए:
(२) परिच्छेद में आए हुए शब्दयुग्म के कोई भी चार उदाहरण ढूँढ़कर लिखिए:
(१) (२) (३) (४)
(३) 'समय अनमोल है' इस विषय पर अपने विचार ४० से ५० शब्दों में लिखिए।
(१) खेती।
(२) (१) साहित्य-सेवी; (२) मित्र-मिलन; (३) अन्न-उत्पादन; (४) जीवन-यापन।
(३) समय अनमोल है, इसका सदुपयोग सफलता लाता है।
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(१) तालिका पूर्ण कीजिए:
दुनिया में एक-चौथाई जमीन पर यह है: खेती।
(२) शब्दयुग्म:
(१) साहित्य-सेवी
(२) मित्र-मिलन
(३) अन्न-उत्पादन
(४) जीवन-यापन
(३) समय अनमोल है:
समय अनमोल है, इसका सदुपयोग जीवन को समृद्ध बनाता है। समय खोने से अवसर चूक जाते हैं। कार्यों को समयबद्ध करने से उत्पादकता बढ़ती है। उदाहरण के लिए, समय प्रबंधन से विद्यार्थी बेहतर परिणाम प्राप्त करते हैं। समय की कीमत समझकर हमें इसे बर्बाद नहीं करना चाहिए। (४६ शब्द) Quick Tip: अपठित गद्यांश में थीम और संदर्भ को समझें; शब्दयुग्म और विचारों को संक्षिप्त और प्रासंगिक रखें।
निम्नलिखित में से किन्हीं चार के पारिभाषिक शब्द लिखिए:
(१) Judge
(२) Warning
(३) Balance
(४) Payment
(५) Speed
(६) Antiseptics
(७) Output
(८) Auxiliary Memory
(१) Judge: न्यायाधीश
(२) Warning: चेतावनी
(३) Balance: संतुलन
(४) Payment: भुगतान
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(१) Judge: न्यायाधीश
(२) Warning: चेतावनी
(३) Balance: संतुलन
(४) Payment: भुगतान
Quick Tip: पारिभाषिक शब्दों में सटीक और मानक हिंदी अनुवाद चुनें, संदर्भ के अनुसार।
निम्नलिखित वाक्यों का कोष्ठक में दी गई सूचनाओं के अनुसार काल परिवर्तन कीजिए (कोई दो):
(१) बैजू का लहू सूख गया है। (सामान्य भूतकाल)
(२) सत्य का मार्ग सरल है। (सामान्य भविष्यकाल)
(३) हमारे भू-मंडल में हवा और पानी बुरी तरह प्रदूषित हुए हैं। (अपूर्ण वर्तमानकाल)
(४) मैं वहाँ जाकर मौसी को देख अति दुखी हो गया। (पूर्ण भूतकाल)
(१) बैजू का लहू सूखा।
(२) सत्य का मार्ग सरल होगा।
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(१) बैजू का लहू सूख गया है। (सामान्य भूतकाल): बैजू का लहू सूखा।
- मूल वाक्य पूर्ण भूतकाल में है (सूख गया है); सामान्य भूतकाल में क्रिया 'सूख गया' को 'सूखा' किया गया।
(२) सत्य का मार्ग सरल है। (सामान्य भविष्यकाल): सत्य का मार्ग सरल होगा।
- मूल वाक्य सामान्य वर्तमानकाल में है (है); सामान्य भविष्यकाल में क्रिया 'है' को 'होगा' किया गया। Quick Tip: काल परिवर्तन में क्रिया के रूप को सही काल के अनुसार बदलें, वाक्य की संरचना बनाए रखें।
निम्नलिखित पंक्तियों में उद्धृत अलंकार पहचानकर उनके नाम लिखिए (कोई दो):
(१) पायो जी मैंने राम रतन धन पायो।
(२) राधा-वदन चंद सो सुंदर।
(३) पड़ी अचानक नदी अपार। घोड़ा उतरे कैसे पार।। राणा ने सोचा इस पार। तब तक चेतक था उस पार।।
(४) एक म्यान में दो तलवारें, कभी नहीं रह सकती हैं। किसी और पर प्रेम पति का, नारियाँ नहीं सह सकती हैं।
(१) अनुप्रास और यमक।
(२) उपमा।
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(१) पायो जी मैंने राम रतन धन पायो: अनुप्रास और यमक।
- अनुप्रास: 'पायो' और 'राम रतन' में 'प' और 'र' की पुनरावृत्ति।
- यमक: 'पायो' शब्द का दोहराव अलग-अलग अर्थों में।
(२) राधा-वदन चंद सो सुंदर: उपमा।
- राधा का चेहरा चंद्रमा से तुलना की गई, 'सो' उपमा वाचक शब्द है। Quick Tip: अलंकार पहचानते समय शब्दों की पुनरावृत्ति, तुलना या प्रतीकात्मकता पर ध्यान दें।
निम्नलिखित पंक्तियों में उद्धृत रस पहचानकर उनके नाम लिखिए (कोई दो):
(१) सुडुक-सुडुक घाव से पिल्लू (मवाद) निकाल रहा है, नासिका से श्वेत पदार्थ निकाल रहा है।
(२) राम के रूप निहारति जानकी, कंकन के नग की परछाही, यातै सबै सुधि भूलि गई, कर टेकि रही पल टारत नाही।
(३) माला फेरत जुग भया, गया न मन का फेर। कर का मनका डारि कैं, मन का मनका फेर।।
(४) तू दयालु दीन हौं, तू दानि हौं भिखारि। हौं प्रसिद्ध पातकी, तू पाप पुंजहारि।
(१) बीभत्स रस।
(२) शृंगार रस।
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(१) सुडुक-सुडुक घाव से पिल्लू (मवाद) निकाल रहा है...: बीभत्स रस।
- घाव और मवाद का वर्णन घृणा उत्पन्न करता है, जो बीभत्स रस का लक्षण है।
(२) राम के रूप निहारति जानकी...: शृंगार रस।
- जानकी का राम के रूप में खोया होना प्रेम और सौंदर्य को दर्शाता है, जो शृंगार रस का संकेत है। Quick Tip: रस पहचानते समय भावनाओं (प्रेम, घृणा, भक्ति) और उनके प्रभाव पर ध्यान दें।
निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखकर उचित वाक्यों में प्रयोग कीजिए (कोई दो):
(१) वाह-वाह करना।
(२) टस-से-मस न होना।
(३) दिन दूना रात चौगुना बढ़ना।
(४) चार चाँद लगाना।
(१) {वाह-वाह करना:} प्रशंसा करना। वाक्य: कवि की कविता सुनकर लोग वाह-वाह करने लगे।
(२) {टस-से-मस न होना:} जरा भी न हिलना। वाक्य: सारी कोशिशों के बावजूद वह टस-से-मस न हुआ।
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(१) वाह-वाह करना:
- अर्थ: किसी की प्रशंसा करना या सराहना करना।
- वाक्य: कवि की कविता सुनकर लोग वाह-वाह करने लगे।
(२) टस-से-मस न होना:
- अर्थ: जरा भी न हिलना या प्रभावित न होना।
- वाक्य: सारी कोशिशों के बावजूद वह अपनी जिद पर टस-से-मस न हुआ। Quick Tip: मुहावरों के अर्थ को संदर्भ में समझें और वाक्य में स्वाभाविक प्रयोग करें।
निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके वाक्य फिर से लिखिए (कोई दो):
(१) उनकी व्यथा के सघनता जानने का मुझे एक अवसर मिली है।
(२) परंतू अग्यान भी अपराध है।
(३) सुधारक आते हैं, जिवन की इन विडंबनाओं पर घनघोर चोट करते हैं।
(४) यहाँ स्वभाविक रूप से सवाल उठता है की इस्तेमाल में आने वाले इन यौगिकों का आखिर होता क्या है।
(१) उनकी व्यथा की सघनता जानने का मुझे एक अवसर मिला है।
(२) परंतु अज्ञान भी अपराध है।
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(१) मूल: उनकी व्यथा के सघनता जानने का मुझे एक अवसर मिली है।
- शुद्ध: उनकी व्यथा की सघनता जानने का मुझे एक अवसर मिला है।
- सुधार: 'के' को 'की' किया (सघनता स्त्रीलिंग) और 'मिली' को 'मिला' किया (मुझे के साथ लिंग संनाद)।
(२) मूल: परंतू अग्यान भी अपराध है।
- शुद्ध: परंतु अज्ञान भी अपराध है।
- सुधार: 'परंतू' को 'परंतु' और 'अग्यान' को 'अज्ञान' किया (वर्तनी सुधार)। Quick Tip: वाक्य शुद्धि में लिंग, वचन, वर्तनी और व्याकरणिक त्रुटियों पर ध्यान दें।



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