Maharashtra Board 2024 Class 12 Sanskrit (33-J-823) Question Paper (Available) :Download Solution PDF with Answer Key

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Jyotismita Maitra

Content Writer - Boards Exam Specialist | Updated 3+ months ago

The Maharashtra Board 2024 Class 12th Sanskrit (33-J-823) Question Paper PDF is now available for download. The Maharashtra State Board of Secondary and Higher Secondary Education (MSBSHSE) conducted the Class 12 Sanskrit examination for a total duration of 3 hours, and the question paper carries a total of 80 marks.

Candidates can use the link below to download the Maharashtra Board Class 12th Sanskrit (33-J-823) Question Paper with detailed solutions.

Maharashtra Board Class 12  Sanskrit (33-J-823) Question Paper 2024 with Answer Key

Maharashtra Class 12 2024 Sanskrit Question Paper With Answer Key download iconDownload Check Solution

Question 1:

प्र. २ (अ) चित्र दृष्ट्वा व्यावहारिक सूचना: संस्कृतभाषायां लिखत।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: चित्राणां विश्लेषणं कृत्वा उचितं संस्कृतवाक्यं लेखनं भाषायाः अध्ययनाय साहाय्यं करिष्यति।


Question 2:

प्र. २ (ब) व्यावहारिकवृत्तिसंकेत: शब्द द्वयं उवाच-स्तंती लिखता (इति तं ४)

Correct Answer:
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उत्तर:
 

नाट्यम् वाद्यम् कला
नाट्य ताळ चित्रकला
कर्णप्रियम् संगीत शिल्पकला
वाचन वाद्य नृत्यकला
Quick Tip: विभिन्न कलांचे वर्गीकरण आणि त्यांची वैशिष्ट्ये समजून घेण्याचा अभ्यास करणे महत्त्वाचे आहे.


Question 3:

(i) उत्तं कारणं वित्ता बक्यं पुनर्लिखितं।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत वाक्यलेखनासाठी व्याकरणाचे अभ्यास आवश्यक आहे।


Question 4:

(ii) उत्तं शब्दं दत्त्वा चतुःकां पुरयेत।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत वाक्यलेखन सुस्पष्ट आणि शुद्ध असावा यासाठी नियमित अभ्यास आवश्यक आहे।


Question 5:

(iii) पूर्णवाक्यं उत्तरं लिख।

का वस्तु: किं वर्गिण?

चिन्तनीया हि विपदामादेव प्रतिक्रिया।

न कृत्स्नं खलु प्रदेये बहिनां गृहं।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत वाक्यलेखनासाठी व्याकरणाचे अभ्यास आवश्यक आहे।


Question 6:

प्र. २ (ii)

पृच्छकरणं। प्रवाहि चालं पूरितं।

  • (i) हसिन्वति
  • (v) उदायति
Correct Answer:
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N/A Quick Tip: कथाः संस्कृत शब्दकोशाचं समग्र अभ्यास करा।


Question 7:

(i) पूर्णवाक्येन उत्तरं लिखत।

कः: हींीकृतम्?

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: \textbf{संस्कृत में प्रश्न पूछने के लिए 'कः', 'किम्', 'कस्य' जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है।}


Question 8:

(ii) वाक्यं पुनर्लिखित्वा सत्यम् / असत्यम् लिखत।

यमुना शहरस्य मूर्तिः स्थिता।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: \textbf{संस्कृत में वाक्य सत्य/असत्य जांचने के लिए संज्ञा और विशेषणों की सही पहचान आवश्यक है।}


Question 9:

(iii) उचितं शब्दं चित्वा चतुर्कोणं पूरयत।

अश्लेषवदनः: प्रत्युत्तरं ददाति — ___
कस्यां लोहिततलोपमस्य चरणो हंसः: कुतो मानसात्।
किं तज्ञासि सुवर्णपृष्ठबानानाम्: सुभाषितानिभम्।
रत्नानां निचयः प्रवालभणगो वैडूर्यरौहः: क्वचित्।
शाकुक्ता अपि सन्ति? नैव च बकसाकंर्ष हींीकृतम्॥ २॥
अक्का कुपति तात मूर्तिं विगृह्य गङ्गेयमुपसर्जय।
विन्दु रषपुष्क का गानिशम् चिरं मूर्तिं स्थिताया वद॥
कोपोपशोषाशायाशब्देन: प्रत्युत्तरं ददाति।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में रिक्त स्थान भरने के लिए व्याकरणिक नियमों और प्रसंग को ध्यान में रखना आवश्यक है।


Question 10:

(i) नामस्थाने सर्वनाम प्रयोग्यं वाक्यं पुनर्लिखत।



मानसे सुभाषितानिभम् अभः। अस्ति। (तद्)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में सर्वनाम (Pronouns) का प्रयोग वाक्य में संज्ञा के स्थान पर किया जाता है।


Question 11:

(ii) समानार्थकं कुरुत।

बकसाकंर्ष = ______ , ______ ।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में समानार्थक शब्द (Synonyms) को पहचानने से भाषा समझने की क्षमता बढ़ती है।


Question 12:

(iii) विकटार्थं शब्दं लिखत।
(१) विद्युत् × ______
(२) दत्तवान् × ______

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में विलोम शब्द (Antonyms) पहचानने के लिए उपसर्ग एवं प्रत्यय का अध्ययन आवश्यक है।


Question 13:

पदांशं पठित्वा अन्वयपूर्वकं कुरुत अथवा माध्यमभाषया सरलार्थं लिखत।

विर्यासागरः स्वान्तवाचिबन्धे कस्तदुग्रो भवन्मार्गधाम्ना।
तितिक्षयोपास श्रमिक्कनाभिधानमार्गदिकालदिह पाण्डुरङ्कः॥ १॥
भगवतज्वलालभूदर्घनार्द्रंनुजुर्विर्भल - विहृतोऽति।
आयाभासमे प्रतिवर्षं क्षेत्रे समागतं पाण्डरीकं॥ २॥

% Fill in the Blanks Section
अन्वयः - श्रमः _____ स्वान्तवाचिबन्धे _____ कस्तदुग्रः।
_____ अनार्तिकालात् इह _____ तितिक्षति।
अत्र प्रतिवर्षं _____
तालमृदङ्गनादेः _____ इति प्रोक्तः गर्जन् _____ पाण्डरीकं _____ समागतं।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत गद्य को समझने के लिए अन्वय करना आवश्यक है, जिससे शब्दों का सही क्रम एवं अर्थ स्पष्ट होता है।


Question 14:

(i) पूर्णवाक्येन उत्तरं लिखत।
के अर्थप्रकाशकाः?

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में शब्द ज्ञान और उनका अर्थ स्पष्ट करने के लिए प्राचीन व्याकरण ग्रंथों का अध्ययन आवश्यक है।


Question 15:

(ii) वाक्यं पुनर्लिखित्वा सत्यम् / असत्यम् लिखत।

"लौकिक-वैदिक-संस्कृतशास्त्राणां निर्णयं कर्तुं शक्यते।"

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत भाषा में विभिन्न स्तरों पर विभाजन किया जाता है – लौकिक, वैदिक, एवं शास्त्रीय संस्कृत।


Question 16:

(iii) रेखांकितं पदम् आधार्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत।

"निःशेषं शब्दानां निर्माणं इतिहासः कथयति।"

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में प्रश्न निर्माण करने के लिए उचित विभक्ति एवं कारक का प्रयोग आवश्यक होता है।


Question 17:

(i) रेखांकितं नामस्थाने 'तद्' सर्वनाम प्रयोग्यं वाक्यं पुनर्लिखत।

"शब्दानां मूलार्थप्रतिपादनम् एव भाषाया: वैशिष्ट्यम्।"

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में सर्वनाम (Pronouns) का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर होता है और वाक्य में सही रूप का चयन आवश्यक है।


Question 18:

(ii) विशेषण-विशेष्याणां मेलं कुरुत।
'अ'                      ‘आ'

प्रतिज्ञाः               इतिहासम्

निःशेषम्              विषयः

निर्वचनम्

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में विशेषण (Adjective) और विशेष्य (Noun) को सही प्रकार से जोड़ने के लिए उनके लिंग, वचन, और कारक का मेल होना आवश्यक है।


Question 19:

(iii) तृतीयाविभक्त्यन्तपदे गद्यांशतः लिखत।
(१) ______ ।
(२) ______ ।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में तृतीयाविभक्ति (Instrumental Case) को पहचानने के लिए क्रिया के साथ संबंध समझना आवश्यक होता है।


Question 20:

(२) पृथक्करणम्।
जालरेखाचित्रं पूरयत।

प्रभः

प्रभः
कश्मीरी तेलुगु
पंजाबी उड़िया

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत शब्दों के विभिन्न भारतीय भाषाओं में प्रयोग को समझने से भाषा के विकास को समझने में सहायता मिलती है।


Question 21:

(१) प्रशासनस्य द्वौ विभागौ।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: प्रशासन विभिन्न स्तरों पर विभाजित होता है, जिससे कार्यों को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।


Question 22:

(२) सूक्ष्मरीक्षामात्रः प्रदीपः।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत वाक्यों का सही अर्थ निकालने के लिए संदर्भ के अनुसार शब्दों का विश्लेषण आवश्यक होता है।


Question 23:

उच्चितं वाक्यांशं चित्वा वाक्यं पुनर्लिखत।

घटोत्कचः भीमं प्रसादं याचते, यतः _____।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत नाटकों में पात्रों के संवादों को ध्यान से पढ़कर उचित उत्तर चुनना आवश्यक होता है।


Question 24:

उचितं शब्दं चित्वा चतुर्कोणं पूरयत।

घटोत्कचस्य मातुः: आहारार्थम् आगतः। मातुः: _____।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में रिक्त स्थान भरने के लिए सही पद का चयन करना आवश्यक होता है, जिससे वाक्य का अर्थ स्पष्ट हो।


Question 25:

पूर्णवाक्येन उत्तरं लिखत।

पितृहत्यायां कोऽपराधी?

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत नाटकों में संवादों का अध्ययन करके संदर्भ के अनुसार उत्तर देना आवश्यक होता है।


Question 26:

नाट्यांशातः ह्वस्वर्थक-धातुसाधित-अव्यय चित्वत।
(१) _____
(२) _____

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में शब्दों को उनकी उत्पत्ति और व्याकरणिक संरचना के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है, जैसे कि धातुसाधित, अव्यय, और संज्ञा।


Question 27:

समानार्थकं कुरुत।
अनुग्रहोत्कर्षम् = _____ , _____।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में समानार्थक शब्द (Synonyms) को जानने से शब्दकोश की शक्ति बढ़ती है और साहित्यिक समझ में सुधार होता है।


Question 28:

विपर्यर्थकं शब्दं लिखत।
(१) अनृतम् × _____।
(२) अयत् × _____।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में विपर्यर्थक (Antonyms) शब्दों को पहचानने के लिए उपसर्गों और धातुओं की पहचान करना आवश्यक होता है।


Question 29:

उचितं कारणं चित्वा वाक्यं पुनर्लिखत।

शाण्डिल्यः पण्डितजनस्य भाषाभारस्यं संज्ञाम्, यतः _____।

(अ) सः ज्ञातव्यः।
(आ) सः पिञ्जलव्यः।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में वाक्य पुनर्निर्माण हेतु उचित शब्द चयन आवश्यक होता है, जिससे वाक्य का सही अर्थ स्पष्ट हो।


Question 30:

वाक्यं पुनर्लिखित्वा सत्यम् / असत्यम् लिखत।

"अध्ययनेन अत्यासक्तिः भवति।"

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में सत्य / असत्य पहचानने के लिए व्याकरणिक संदर्भ एवं प्रसंग को ध्यान में रखना आवश्यक होता है।


Question 31:

रेखांकितं पदम् आधार्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत।

आवा शिक्षार्थं एव गच्छाव।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में प्रश्न निर्माण हेतु उचित प्रश्नवाचक शब्दों का प्रयोग आवश्यक होता है, जैसे - \textbf{किं, कः, कुत्र, कथम्}।


Question 32:

संवाद को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखत।
शाण्डिल्यः - भोः, क्षुधा मां याचते। अस्माकं गेहे अन्नान्नस्य अतीव चुभ्रिता।
परिव्राजकः - न भोक्तव्यम्। आगच्छ, अध्ययनकाले इदानीम्।
शाण्डिल्यः - असमर्थः अध्ययनं, पिपासोऽहं गच्छामि।

(१) शाण्डिल्यः किं याचते?

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत नाटकों में संवादों को ध्यान से पढ़कर पात्रों की भूमिका एवं संदेश को समझना आवश्यक होता है।


Question 33:

क्रमेण योजयित्वा वाक्यानि पुनर्लिखत।

(अ) (१) वस्त्रसेवायाः उद्यानगमनम्।

(२) परिव्राजकस्य शाण्डिल्यस्य च उद्यानप्रवेशः।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत वाक्य निर्माण में क्रमशः उपवाक्यों को जोड़ने के लिए उचित क्रिया और विभक्ति प्रयोग आवश्यक होता है।


Question 34:

गणिकादर्शनं शाण्डिल्यस्य आनन्दः।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में कर्ता, कर्म और क्रिया के सही मेल से वाक्य अर्थ स्पष्ट होता है।


Question 35:

परिव्राजकस्य योगचिन्तनविषये आदेशः।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत वाक्यों में आदेश या उपदेश देने के लिए कर्तृवाच्य और कर्मवाच्य प्रयोग महत्वपूर्ण होता है।


Question 36:

न च गुरुनियोगाः विचारकर्षणाः।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में निषेधार्थक वाक्यों को पहचानने के लिए 'न' या 'मा' का प्रयोग किया जाता है।


Question 37:

त्वमेव सूक्ष्मधारो भूत्वा लोकनाट्यं प्रदर्शय।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में आदेशात्मक वाक्य 'लोट् लकार' का प्रयोग करके बनाए जाते हैं।


Question 38:

प्रश्न ५. उचित विकल्पं चित्वा वाक्यं पुनर्लिखत। (१० तः ८)
१. _____ सुवर्णकालः इति उच्यते।

(मौर्यकालः, कुषाणकालः, गुप्तकालः)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में ऐतिहासिक संदर्भों में "गुप्तकाल" को सुवर्णकाल कहा जाता है क्योंकि इस काल में कला, संस्कृति और विज्ञान का उत्कर्ष हुआ।


Question 39:

शक-क्षत्र-कुषाणादयः _____।

(राजवंशाः, महापुरुषाः, गणराज्याः)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में ऐतिहासिक राजवंशों के संदर्भ में "शक, क्षत्र, कुषाण" को प्रमुख राजवंश माना जाता है।


Question 40:

अरक्कोर-महिद्र-समूहः _____ देशे वर्तते।

(कम्बोडिया, बाली, श्रीलंका)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में प्राचीन भौगोलिक स्थानों के नाम कई बार संस्कृत शब्दों के आधार पर बनते हैं, जैसे "अरक्कोर" कम्बोडिया में प्रसिद्ध मंदिर समूह है।


Question 41:

सङ्ग्रहणं, सुव्याकरणं, वाचनं, मुद्रणं, स्पष्टीकरणं, तथैव संरक्षणम् इत्येते विषयाः _____ अन्तर्भूताः।

(मूर्तिशास्त्रे, हस्तलिखितग्रन्थशास्त्रे, स्थापत्यशास्त्रे)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: हस्तलिखित ग्रंथों का अध्ययन, संपादन और संरक्षण संस्कृत साहित्य अध्ययन का महत्वपूर्ण भाग है।


Question 42:

_____ वाचनार्थं लिपिशास्त्रस्य ज्ञानम् आवश्यकम्।

(लिपिज्ञानं, चित्राणां, मूर्तीनां)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में लिपियों का ज्ञान आवश्यक होता है ताकि प्राचीन ग्रंथों को पढ़ा और समझा जा सके।


Question 43:

संस्कृतनाट्यस्य मूलं _____ तथा यज्ञविधिषु दृश्यते।

(वैदिकसंहिता, उपनिषदः, वेदाङ्गानि)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत नाट्यशास्त्र का मूल वैदिक संहिताओं में निहित है, जहाँ यज्ञों में नाटकीय प्रस्तुति के प्रारंभिक रूप मिलते हैं।


Question 44:

महात्मानिवृत्तिः अवश्यं च _____ क्रियते स्म।
(कृतककलहः, कृतकसंवादः, कृतकनाटकः)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत साहित्य में "कृतकनाटक" शब्द का प्रयोग किसी घटना को नाटकीय रूप से प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है।


Question 45:

"नाटके नाम कः? चाक्षुषः कृतुः" इति _____ वर्णयति।

(कालिदासः, भासः, माधः)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत साहित्य में भासः प्रसिद्ध नाटककार हैं, जिनके नाटकों में चाक्षुष प्रभाव का उल्लेख मिलता है।


Question 46:

नाट्येतरः सर्वे साहित्यप्रकाराः केवलं _____ भवति।

(श्रव्यः, मनोरञ्जकः, दृश्यः)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत साहित्य में नाट्यकला को 'दृश्य' एवं अन्य साहित्यिक विधाओं को 'श्रव्य' माना जाता है।


Question 47:

_____ उत्तररामचरिते रामायणस्य कथा एव परिवर्तिता।

(भवभूतिना, पाणिनिना, कालिदासेन)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत साहित्य में भवभूति ने 'उत्तररामचरित' नामक नाटक लिखा, जिसमें रामायण की कथा को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है।


Question 48:

प्रश्न ६. अवबोधनं कृत्वा पठन्तु। (३ तः २)

मङ्गषुताः - उचितान शब्दान चित्वा रिक्त स्थानानि पूरयित्वा विशेषवर्णनं पुनर्लिखत।

‘बाल-डिक्सन’ नाम्ना निर्माणसंविधाय चित्रस्य पुनः प्रस्तुति: इत्यत्र। मुस्कान, शिक्षा, स्वराः, अभिनय, पूजाः, इत्यादयः। पात्रः: अफ्रिकाखण्डे वनप्रदेशे निवसन्ति। कौशलम् कृतं तेषां संबंधः अत्र वर्णितः।

अनुप्राणनवेतुरे कौशलम् कौशलं तु मौलिकमेव। किन्तु, पार्श्ववेदकानाम् अपि राज्यस्य अतीव महत्त्वपूर्णं भवति। यतः तेषां तन्त्राणां माध्यमे रक्षकः कथायाः आस्वादनं।

आङ्गलभाषायामे सैथ-चोडरिक तथैव जेम्स-अर्ल-जोनस इति द्वौ पार्श्ववेदकः। अस्य चित्रस्य हिन्दीसंस्करणे तु निर्माणसंविधाय अभिनेता शाहरुखखानः च। तस्य पुत्रः आर्यनखानः च पार्श्ववेदनं कृतवान। एतदपि अस्य चित्रस्य भारते लोकप्रियतात्व कारणम्।

Correct Answer:
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N/A


Question 49:

निमन्त्रणपत्रिका: आयोजनं संस्कृतभाषया तुलान्तलेखनं कुरुत।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत निमन्त्रणपत्रिका लेखन में परंपरागत शिष्टाचार का ध्यान रखते हुए विनम्र भाषा का प्रयोग करना आवश्यक होता है।


Question 50:

भारतविज्ञा।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: भारत के विज्ञान और इतिहास से संबंधित प्रमुख विषयों को समझकर निबंध अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।


Question 51:

परोपकारः।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: निबंध में उपमाओं और उदाहरणों का प्रयोग करने से भाषा अधिक प्रभावशाली बनती है।


Question 52:

मम प्रिय अभिनेता।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: किसी व्यक्ति के विषय में लिखते समय उनके गुण, उपलब्धियाँ और समाज पर प्रभाव को उजागर करना आवश्यक होता है।


Question 53:

नामतालिका पूरयत। (८ तः ६)

क्र. नाम प्रातिपदिकम् अन्तः लिङ्गम् विभक्तिः वचनम्
वासः वासस् --- नपुंसकलिङ्गम् प्रथमा ---
बभूः --- उकारान्तः स्त्रीलिङ्गम् द्वितीया ---
सरस्वती --- ईकारान्तः स्त्रीलिङ्गम् --- एकवचनम्
हनुमान् --- मतुप्रत्ययान्तः --- प्रथमा एकवचनम्

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत संज्ञाओं की विभक्तियों और लिंगभेद को सही तरीके से समझकर रूपों का अभ्यास करने से संज्ञा प्रयोग में सहायता मिलती है।


Question 54:

समासतालिका पूरयत। (८ तः ६)

क्र. समस्तपदम् समासविधयः समासनाम
स्तुतिकृता ----------- कर्मधारयः
----------- अनिलेन सह सह बहुव्रीहिः
स्त्रीपुरुषः ----------- इतरेतर द्वन्द्वः
----------- न कृष्णः नञ् तत्पुरुषः
----------- अर्थः हीनः तृतीय तत्पुरुषः
प्रकृतिस्थः प्रकृत्या स्थितं इति -----------
----------- सुखं विहितानि प्राति तत्पुरुषः
प्रतिदिनम् दिने दिने -----------

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत समासों को पहचानने और सही नाम देने के लिए पहले उनका विभक्ति प्रयोग समझना आवश्यक होता है।


Question 55:

मङ्गषुताः: तदृशताः-कृत्वानां विवक्षा उचितस्थानं लिखत। (८ तः ६)

तदृशताः कृत्वानः
वासः कर्मधारयः
बभूः कर्तृत्वम्
सरस्वती उपकारः
हनुमान् भक्तिपंथः

(विकल्पः: भाषा:, प्रयत्नम्, वैशिष्ट्यम्, धार्तराष्ट्रः, आचारः, मानवः, प्राणी, स्तुतिः)

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में तदृश और कृत्वान का प्रयोग विशेषण-विशेष्य संबंध को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है।


Question 56:

समानार्थकशब्दं लिखत। (८ तः ६)

अग्निः - ज्वाला |

माजारः - सारः |

कुञ्जलः - शंखः |

हिरण्यम् - स्वर्णम् |

शुकनः - पारदः |

सहस्राक्षः - सहस्रपदः |

अश्वः - घोडः |

पली - कांस्यं |

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में समानार्थक शब्दों को समझने के लिए उनके प्रयोग और संदर्भ को ध्यानपूर्वक देखना चाहिए।


Question 57:

सूचनासारं पर्यवर्तितं कुरु। (५ तः ३)
गन्धः: ______ गायति।    ( 'गां' स्थानं 'गायति' प्रवृत्तं बाकं पुनर्लिखत् )

विनायकः: विवर समवसितं बहिः निर्मिम्ये यते च।    ( पूर्वकान्तवाक्यं धारणीकरितं अन्यं योजयता )

प्रशासनकाला: ______ अतीव समयं सति।    ( लक्षद्वारे पर्यवर्तितं )

नट: ______ वर्तते।   ( 'नट' स्थानं 'नटन' प्रवृत्तं बाकं पुनर्लिखत् )

न कृपणं युञ्जते प्रवृत्तं बहिनं गृहं।   ( सत्यं - सर्वानि स्तनं निवासस्मा )

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत में संधि के नियमों का पालन करते हुए शब्दों को जोड़ने से वाक्य अर्थपूर्ण और व्याकरणिक दृष्टि से सही बनते हैं।


Question 58:

अंति प्रतिनिवेद्यं प्राप्तं काले अन्यवाणि इत्यानि।

Correct Answer:
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N/A


Question 59:

सम्प्रति भारत: युवकानां देश: इति ज्ञायते।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: "सम्प्रति" शब्दः वर्तमानकालस्य अवस्थां सूचयति। यः वाक्ये वर्तमानकालं प्रकटयति, सः प्रत्युत्थानशीलता दर्शयति।


Question 60:

बुद्धिमान् मनुष्य: स्थानं न परित्यजेत्।

Correct Answer:
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N/A


Question 61:

को खेते चक्रं?

Correct Answer:
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N/A


Question 62:

भरतं ताम्रकं महानं नृप: आसीत्।

Correct Answer:
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N/A


Question 63:

त्वं देवं नत्वा तव कार्यं कुर्व।

Correct Answer:
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N/A Quick Tip: संस्कृत वाक्यां में क्रिया तथा कार्य की दिशा स्पष्ट करने के लिए सही शब्द प्रयोग अत्यन्त आवश्यक होता है।

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